नगर कालापीपल इन दिनों कोरोना के खोफ से कोषों दूर दिखाई देता है।यदि वाकई में ऐसा ही है तो यहाँ के प्रशासनिक अधिकारी सम्मान के हकदार है।
नगर में कोरोना का खोफ बिल्कुल खत्म हो गया है कोई भी व्यक्ति मास्क जैसी फालतू चीज लगाने के चक्कर मे नही पड़ता। शोसल डिस्टनसिंग मजाक की बात बन चुकी है। सभी दुकानदार भीड़भाड़ से परहेज नही करते सब का ध्यान सिर्फ कमाई में ही लगा हुआ है।रही सही कसर हाट बाजार भी चालू किया जा चुका है। जब देश मे 100 केस प्रतिदिन आरहे थे तब खोफ का माहौल था अब 15000 प्रतिदिन निकल रहे हैं तब जनता भी खुश हैं जनता सालो से विकास को तरस रही थी।जबकि who तक ने चेतावनी दी हुई है।वर्षा ऋतु में कोरोना का प्रकोप और बढ़ेगा।आसपास के शहरों से आवागमन भी शुरू होगया है।ऐसे में यदि कोई विकट स्थिति उतपन्न होती है तो क्या प्रशासन उसका सामना करने तैयार है।