नसबंदी के बाद भी ठहर गया गर्भ, क्लेम दिलाने के नाम पर डॉक्टर ने मांगी रीश्वत - रीश्वत न मिलने पर चिकित्सक ने दबा दिए दस्तावेज, पीड़िता ने कलेक्टर को की शिकायत




शाजापुर। ग्राम खजूरिया के एक दंपत्ति को एक चिकित्सक को रीश्वत की राशि न देना भारी पड़ गया। नतीजन उसे न क्लेम की राशि मिली और न ही उसका केस अधिकारियों तक पहुंचा। उसकी गलती इतनी थी कि उसने अपनी शिकायत जिस चिकित्सक को की थी उसे रीश्वत चाहिए थी जो गरीब दंपत्ति नहीं दे सके। नतीजन क्लेम प्रस्तुत करने की तारीख भी निकल गई और संबंधित को क्लेम की राशि भी नहीं मिली। उल्टा नसबंदी फेल होने से उसे परेशानी झेलना पड़ रही है सो अलग। परेशान होकर दंपत्ति ने चिकित्सक की शिकायत कलेक्टर को की है।
दरअसल 25 जनवरी 2019 ग्राम खजूरिया जिला उज्जैन निवासी रीना पति गब्बर राठौर का नसबंदी आॅपरेशन एलटीटी डॉ. डीडी माडिक द्वारा किया गया था। लेकिन जब 6 मार्च 2020 को रीना की सोनाग्राफी हुई तो वह उसमें गर्भवती पाई गई। नियमानुसार एलटीटी आॅपरेशन फेल होने पर शासन द्वारा संबंधित को 30 हजार रुपए की आर्थिक मदद की जाती है। इसके लिए रीना के पति ने 17 मार्च 2020 को सभी दस्तावेज स्वास्थ्य विभाग के केके मथुरिया को सारे दस्तावेज सौंप दिए थे। तब मथुरिया ने क्लेम की राशि दिलवाने के एवज में 5 हजार रुपए रिश्वत की मांग की। इस पर रीना के पति गब्बर राठौर ने क्लेम की राशि मिलने के बाद देने की बात कही। लेकिन रीश्वत न मिलने पर मथुरिया ने सारे सभी दस्तावेज अपने पास रख लिए और संबंधित अधिकारी तक दस्तावेज पहुंचाए ही नहीं। इस कारण क्लेम करने की जो तारीख थी वह भी निकल गई। इसके बाद जब गब्बर राठौर ने मथुरिया से चर्चा की तो वह अभी भी आश्वासन दे रहे हैं कि तुम्हें राशि मिल जाएगी। अब सवाल ये उठता है कि जब दस्तावेज संबंधित अधिकारी तक पहुंचे ही नहंी और जब क्लेम केस ही दर्ज नहंी हुआ तो संबंधित को राशि कैसे मिल जाएगी। अपने पांच हजार के लालच में मथुरिया ने गरीब दंपत्ति का नुकसान कर दिया। अपने शिकायती आवेदन में पीड़ित ने आर्थिक सहायता दिलाए जाने सहित डॉ. मथुरिया के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग की है।
पहले भी प्रसिद्ध हो चुके हैं डॉ. मथुरिया
गरीबों को अपने जाल में फंसाना और उनसे पैसे की मांग करने का स्वास्थ्य विभाग के केके मथुरिया का यह पहला मामला नहीं है। जबकि पहले भी इनकी शिकायत हो चुकी है लेकिन आज भी इनका लोगों की मजबूरी का फायदा उठाकर लक्ष्मी दर्शन करने का सिलसिला आज भी जारी है।
इनका कहना है...
केके मथुरिया के खिलाफ शिकायती आवेदन प्राप्त हुआ है। जिसकी जांच की जा रही है। यदि जांच में ये दोषी पाए जाते हैं तो इनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
- डॉ. प्रकाश पंडित डीएचओ-1, जिला अस्पताल- शाजापुर
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