शाजापुर, 03 जुलाई 2020/ ऐसे नगरीय निकाय जिनके वार्डों के विस्तार की अधिसूचनाओं को निरस्त कर दिया गया है, उन निकायों के वार्डों की स्थिति को पूर्वानुसार मानते हुए उनके वार्डों के आरक्षण कार्यवाही जल्द करने के निर्देश संबंधित कलेक्टरों को दिये गए हैं। आरक्षण कार्यवाही की जानकारी 31 जुलाई के पहले भेजने को कहा गया है। उल्लेखनीय है कि जनगणना 2021 के तहत एक जनवरी 2020 के बाद नगरीय निकायों की सीमा वृद्धि अथवा वार्डों के परिसीमन की कार्यवाही पर रोक लगायी गयी है। इसी कारण 77 नगरीय निकायों के वार्डों के विस्तार की अधिसूचनाओं को निरस्त कर दिया गया है।

शाजापुर। किसानों की फसलों को एक तो मौसम दूसरा आपदा के कारण आए दिन नुकसान होता है। इस बार मौसम तो नहीं लेकिन उनकी फसलों को चौपट करने में इस बार आवारा मवेशी अहम भूमिका निभा रहे हैं जो खेतों में खड़ी फसलों को चौपट कर रहे हैँ। यदि ग्रामीण इन्हें रोकने जाते हैं तो विवाद की स्थिति बनती है। यह आलम ग्राम बिजाना सहित करीब आधा दर्जन गांवों में है। जिससे परेशान हो चुके किसानों ने अब प्रशासन को अपनी परेशानी बताई। ग्रामीणों ने गुरुवार को कलेक्टर दिनेश जैन को ज्ञापन सौंपकर इस समस्या से निजात दिलाने की मांग की है।
गुरुवार को ग्राम बिजाना, नागझिरी, अनखली, देवरी, कुमड़ी, कांकड़ी के ग्रामीण कलेक्टर श्री जैन से मिले। ग्रामीणों ने कलेक्टर को बताया कि इन दिनों उनकी फसलों को आवारा मवेशी नुकसान पहुंचा रहे हैं जो उनके खेतों में रात-दिन कभी भी घुसकर फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैँ। इन मवेशियों के कारण हम लोग रात में भी नहीं सो पा रहे हैं। अभी फसल के उगने का दौर शुरु ही हुआ है कि इन मवेशियों के आतंक के कारण चौपट हो गई है। यदि हम इन्हें भगाते हैं तो इनके पालक हम लोगों से विवाद करने पर उतारु हो जाते हैं। जिसके चलते हम लोग अपनी फसलों को बचा भी नहीं पा रहे हैँ। इन मवेशियों के कारण हम लोग रात भर निगरानी करने को मजबूर है। यही नहीं कई मवेशी रास्ते में भी बैठे रहते हैं इस कारण आए दिन दुर्घटनाएं भी हो रही है। ज्ञापन सौंपते समय देवचंद आचार्य, सिद्धनाथ आचार्य, ओमप्रकाश आचार्य, अरुण आचार्य, लक्ष्मीचंद, नवीन आचार्य, संतोष आचार्य, संतोष तिवारी, मोहनलाल, मनोज शर्मा, कमला प्रसाद, अमर जोशी आदि उपस्थित थे।
अधूरा पड़ा है गौशाला का निर्माण
प्रदेश की पूर्व कमलनाथ सरकार ने जो वचन पत्र तैयार किया था उसमें गौशालाओं को पहली प्राथमिकता के आधार पर शािमल किया गया था और सत्ता में आते ही उन्होंने गौशाल निर्माण की अनुमति भी दी थी। जिसके चलते कई जगहों पर गौशालाओं का निर्माण भी पूरा हो चुका है, लेकिन ग्राम बिजाना में गौशाला का जो काम शुरु हुआ था वह आज तक अधूरा पड़ा हुआ है। ग्रामीणों ने जब सरपंच से चर्चा की तो वे भी कोई रुचि नही दिखा रहे हैं। सरपंच का कहना है कि जितना पैसा आया था वह लगा चुके हैं और अब हमारे पास बजट नहीं है। बजट आते ही काम शुरु करने की बात कहकर उन्होंने भी ग्रामीणों की समस्या से मुंह मोड़ लिया। ग्रामीणों ने ज्ञापन में कलेक्टर से इस अधूरी पड़ी गौशाला को पूरा करवाने हेतु आदेश जारी करने की मांग की ताकि मवेशियों को गौशाला में भेजकर हमें परेशानी से निजात मिल सके।